जिंदगी की शिकायतें

यूं तो हमेशा खुश कोई रह नही सकता, पर क्या हमेशा चिन्तित रहना सही है??
बिलकुल नही!!!
हम छोटी-छोटी बात पर खुद को कोसते है, हमेशा जिंदगी से तरह-तरह के प्रश्न करते रहते है -ऐसा नही हुआ तो ऐसा कैसे होगा?, उसने मेरे लिए ऐसा कहा उसने मेरे लिए ऐसा किया, वो एक समय ऐसा था आज हमे पूछता तक नही, वो और हम एक समय बढिया दोस्त हुआ करते थे लेकिन काम निकला तो अब हाय-हेलो भी नही करता!
कुछ ऐसे सवाल कुछ ऐसी छोटी -छोटी शिकायतें ही इंसान को नकारात्मक सोचने मे मजबूर कर देते है!
अगर ऐसे ही जिंदगी से शिकायत करते रह गए तो एक दिन शिकायतें सुन-सुन कर जिंदगी भी अपने पद पर से इस्तिफा दे देगी!

क्यो नही कर लेते ऐसा जिसके बाद ये न सोचना पड़े की अब कैसा होगा, अरे क्यो नही करते कुछ खास जिसके बाद तुमसे कुछ पूछने के लिए लोगो को लाइन लगानी पड़े!
करने दो जिसको जैसा करना है तुम्हारे साथ, तुम क्यो याद करते हो ऐसे दोस्तों को जो बस कुछ समय निकालने के लिए, अपना काम निकालने के लिए तुमसे सम्पर्क मे रहते है!
दिखा दो सबको की तुम कमजोर नही जिन्हे हर वक्त दूसरो के सहारे जीने की आदत हो!
कुछ ऐसा करो, कुछ ऐसा बदलाव लाओ खुद मे जिससे तुम जिंदगी को शिकायतें नही अपनी उन्नति की गाथा सुनाते रहो!! 😊

""ऐ जिंदगी मै तुझे हमेशा खिला हुआ देखना चाहता हूं!
मेरी शिकायतों के बोझ मे दबा हुआ नही!!

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

जिंदगी और मुश्किलें

सामर्थ्य

देशभक्ति या दिखावा??