बोलों वही जो कर सको!

इंसान अकसर रोज झूट बोलता है कभी कहता है में ऐसा करूंगा कभी कहता है में वैसा करूंगा पर करने को कुछ नही कर पाता
सब मे नही पर हां ज्यादातर लोगो मे ये बात होती ही है कहने के लिए बड़ी बड़ी कहते हैं लेकिन अगर पूछा जाए की साहब आप तो कहते थे में ये करूंगा में वो करूंगा आखिर किया क्या आपने?
उस वक्त बस उनका ज़वाब हमेशा बात टालने का होता है -हमे समय नही मिला, किसी ने मेरा साथ नही दिया"कुछ ऐसे ही ज़वाब उनके मुख से निकलते है!
इसीलिये जो काम कर सको उसी के बारे मे सबके सामने बखान करो अन्यथा हम तो सोच लेते है की हमने अपनी बात पर पलटी मार भी ली और सामने वाले को पता भी नही चला लेकिन याद रहे  सामने खडा हर कोई बुद्धिहीन नही होता जो गलतियो को पकड न सके और आपकी हर बात पर आ जाए! 😊

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